टीम के सामने झलका कर्मचारियों का दर्द

आरयू के नैक मूल्यांकन के लिए आई सात सदस्यीय टीम के सामने कर्मचारियों का दर्द छलका। कर्मचारियों ने अपनी समस्याएं सुनाई। साथ ही यूनिवर्सिटी के सुधार के लिए टिप्स दिए। वहीं, टीम ने वेडनसडे को ग‌र्ल्स हॉस्टल, एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक, परीक्षा विभाग आदि का दौरा किया, वहां कि व्यवस्थाओं को परखा।

यूनिवर्सिटी हमें अपना नहीं मानती

वेडनसडे को नैक मूल्यांकन के लिए आई टीम ने यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों के साथ बैठक की। उनसे उनकी समस्याएं पूछीं, इस पर कर्मचारियों ने कहा कि यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर्स और कर्मचारी दोनों काम करते हैं, लेकिन दोनों की सुविधाओं में जमीन- आसमान का अंतर है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी कर्मचारियों को अपना नहीं मानती है। कर्मचारियों ने टीम को सुझाव दिया कि देश की सभी यूनिवर्सिटीज को एक सूत्र में बांध दिया जाए। इससे कर्मचारी मनचाही जगह ट्रांसफर ले सकेंगे। इसके साथ ही प्रोफेसर्स की संख्या बढ़ाई जाए, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सकेगा। इसके बाद नैक मूल्यांकन की टीम आरयू स्थित ग‌र्ल्स हॉस्टल गई। उसने छात्राओं की सुरक्षा को परखा। साथ ही छात्राओं से सवाल- जवाब किए। वहीं टीम थर्सडे को नैक मूल्यांकन के बाद वापस लौट जाएगी। इस मौके पर केन्द्रीय विश्वविद्यालय गुजरात के वीसी प्रो। एसए बारी, कर्नाटक की एक यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। चन्द्रकांत, उज्जैन विक्रम विवि के कुलपति प्रो। एचएन पांड़ा, प्रो। आरएस खान, आरयू वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन, चीफ प्रॉक्टर बीआर कुकरेती आदि मौजूद रहे।  Read more http://inextlive.jagran.com/bareilly/

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